प्रेम-पंचमी प्रेम-पंचमी

प्रेम-पंचम‪ी‬

Publisher Description

प्रेम-पंचमी प्रेमचंद के कहानियों का संकलन है। इसके तहत मृत्यु के पीछे, आभूषण, राज्य-भक्त, अधिकार-चिंता, गृह-दाह ये पाँच कहानियाँ संकलित है। पाँचों कहानियाँ जीवन के पाँच क्षेत्र से प्रेमचंद ने उठाया है। प्रेमचंद मानव स्वभाव के शिल्पी कथाकार थे। जीवन के प्रत्येक परत को बहुत ही गहन और सूक्ष्म दृष्टि से उलट-पलट कर देखते थे। इसी गहन पड़ताल ने उनके भीतर समाज और जीवन के प्रति एक व्यापकता पैदा की। मृत्यु के पीछे शीर्षक कहानी एक पत्र-संपादक के ईमानदार जीवन की कहानी है। जो पत्र के माध्यम से समाज के लिये जिया और मृत्यु के बाद भी समाज का ही हो गया। आभूषण शीर्षक कहानी स्त्री के आभूषण प्रियता और दुर्बल स्वभाव पर केन्द्रित कहानी है। वैसे ही राज्य-भक्त शीर्षक कहानी उत्तरवर्ती नवाबों के ह्रास और अंग्रेजी जमाने के प्रारम्भ के बीच राज्य-भक्ति के लिये प्राण निछावर करने वाले ऐतिहासिक वीर की कहानी है। और गृह-दाह शीर्षक कहानी एक ऐसी शिक्षाप्रद कहानी है जो बताती है कि इंसान कैसे अपने ही लगाये बाग को, अपने ही बनाये घर को होम कर देता है, अगर विवेक का परिचय न दे तो। सभी कहानियाँ जीवन मूल्य से जुड़ी सामाजिक चेतना से भरपूर है। समाज में बने रहने के लिये हमें ऐसी शिक्षाप्रद कहानियों का अवलोकन करते रहना चाहिये।

GENRE
Fiction & Literature
RELEASED
2016
13 December
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
105
Pages
PUBLISHER
Public Domain
SELLER
Public Domain
SIZE
847.9
KB

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