देवताओं की शरारत: साम्यवाद के गढ़ से पूंजीवाद के तहखानों तक देवताओं की शरारत: साम्यवाद के गढ़ से पूंजीवाद के तहखानों तक

देवताओं की शरारत: साम्यवाद के गढ़ से पूंजीवाद के तहखानों त‪क‬

Tiger Rider and Others
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Publisher Description

यह अमरीका का हाफटाइम है!

एय यी या यी! हम एक नई विश्व व्यवस्था के बीच में हैं!

साम्राज्यों का उदय, पतन और अस्त होता रहता है। इतिहास ने इस चक्र को रोमन, ओटोमन्स और अंग्रेजों के साथ होता देखा है। वे सभी पतन को प्राप्त हो चुके हैं, और अगर हम सावधान नहीं रहे, तो अगला नंबर अमरीका का होगा।

आज के कई उद्यम कर्ज के आदी अत्यधिक वित्तीय इंजीनियरिंग मेंढक हैं जो गुनगुने सांप के तेल में फड़फड़ाते हैं। दुर्भाग्य से, कई लोग IP गिद्धों के चंगुल में फंसकर मृत्यु को प्राप्त होंगे।

अगर हम अपने तुरुप के पत्ते ठीक से नहीं खेलते हैं, तो अगला भूखा साम्राज्य - चीन का मध्य साम्राज्य - हमें खा जाएगा; 2008 की आर्थिक सुनामी के बाद से, "बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव" (BRI) से लेकर अपने "डिजिटल सिल्क रोड" (DSR) के माध्यम से, अमेरिका और सौ से अधिक अन्य देशों से वसूली के लिए अपने गुर्गे भेज देगा।

"मेक एंटरप्राइज ग्रेट अगेन" पूंजीवाद की नींव में खुदाई करता है और "बिल्ड बेक बेहतर" के सिद्धांत पर काम करने के लिए रूजवेल्ट-युग के आदर्शों, विजय यात्राओं, और उस समय के जुनून को आंदोलित करता है - और आने वाली चौथी रिक से बचाने के लिए काम करता है।

हाँ! यह अमरीका का हाफटाइम है

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इस पुस्तक का नाम 1980 की कॉमेडी फिल्म "द गॉड्स मस्ट बी क्रेजी" से प्रेरित हो कर रखा गया है। उस फिल्म मे कोका कोला की एक खाली बोतल को हवाई जहाज़ से फेंका जाता है जो अफ्रीका के आदिवासियों के एक गांव में गिरती है। गांव वालो को लगता है कि बोतल के अंदर देवताओं की ओर से एक भेंट है, और उस के लिए उनमें लड़ाई छिड़ जाती है। इससे तंग आकर आदिवासी नेता उस बोतल को देवताओं को लौटाने के लिए दुनिया के आखिरी छोर तक की तीर्

GENRE
Business & Personal Finance
NARRATOR
RS
Ragini Sinha
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
02:56
hr min
RELEASED
2023
15 January
PUBLISHER
EPM Mavericks LLC
SIZE
142.5
MB