Sati Sati

Sati

सती

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Beschreibung des Verlags

मानव जीवन की यात्रा में कई ऐसी घटनाएं होती हैं जिनसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। प्रेमचंद की कहानी 'सती' भी उसी तरह की कहानी है। यह कहानी एक सैनिक के जीवन से जुड़ी हुई है जो अपने देश के लिए जान देने के लिए सदैव तत्पर रहता है। इस कहानी में उस सैनिक की पत्नी का किरदार होता है, जो अपने पति की मौत के बाद सती होने का निर्णय लेती है।

उसके दो बच्चे होते हैं जिनकी देखभाल के लिए उसे किसी न किसी के साथ शादी करनी पड़ती है। शादी के दिन उसे अपने पति की याद आती है और वह उसे बहुत याद करती है। उसे यह सोचते हुए कि वह फिर से अपने पति के साथ मिल जाएगी, वह अपने बच्चों को अपनी चोटी के ऊपर बांधकर आग के अंगारों में कूद जाती है।

इस कहानी से प्रेमचंद ने सती प्रथा को दोषी बताया है जो महिलाओं को उनके पतियों की मृत्यु के बाद लगातार दुखी रखती है। सैनिक जो अपने देश के लिए जान देते हैं, उनके परिवारों का क्या होगा जब वे नहीं रहेंगे। यह कहानी हमें यह बताती है कि हमें समाज की सोच बदलनी चाहिए और महिलाओं को आजादी और समानता का मौका देना चाहिए।

GENRE
Belletristik und Literatur
ERSCHIENEN
2018
24. Oktober
SPRACHE
HI
Hindi
UMFANG
16
Seiten
VERLAG
Orient Paperbacks
GRÖSSE
1
 MB

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