लियो टॉल्सटॉय की महान कथायें लियो टॉल्सटॉय की महान कथायें

लियो टॉल्सटॉय की महान कथाये‪ं‬

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Publisher Description

रूस के महानतम साहित्यकारों में से एक लियो टॉल्सटॉय का जन्म ९ सितंबर १८२८ को रूस के तूला प्रांत में हुआ था। १८६० के दशक में उन्होने अपना महानतम उपन्यास "वार ऐंड पीस" लिखा था। १८७३ में उन्होने अपना दूसरा महान उपन्यास "ऐंना करेनीना" लिखना शुरू किया।

१८८० और १८९० के दशकों में वो निरंतर लिखते रहे।

बाद में लिखे हुए उपन्यासों और नाटकों में "द डैथ ऑफ इवान इलीच" सबसे अधिक सफल उपन्यास था। टॉल्सटॉय का निधन २० नवंबर १९१० को इस महान लेखक का निधन रूस के अस्टॅपोवो में हुआ।

लियो टॉल्सटॉय अपने चार भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी माताजी, प्रिन्सेस वॉलकॉंस्काया की मृत्यु १८३० में हुई थी। उसके बाद उनके पिताजी के रिश्तेदार ने बच्चों के पालन पोषन का जिम्मा उठा लिया। सात साल बाद उनके पिता काउंट निकोले टॉल्सटॉय का निधन हो गया।
उनकी मृत्यु के बाद बच्चों की आंटी को उनका कानूनी अभिभावक बना दिया गया। आंटी की मृत्यु के बाद उनको उनकी दूसरी आंटी के संरक्षण में कज़ान में रख दिया गया।

हालांकि लियो टॉल्सटॉय ने बाल्यकाल में बहुत कुछ खो दिया था, पर बाद में उन्होने अपनी लिखाई में बाल्यकाल की स्मृतियों को आदर्श रूप में प्रस्तुत किया।

टॉल्सटॉय की प्राथमिक शिक्षा उनके घर में ही हुई थी। घर पर उनको जर्मन और फ्रेंच शिक्षक पढ़ाते थे। १८४३ में उन्होने ओरिएंटल भाषाओं के एक प्रोग्राम में कज़ान विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया। टॉल्सटॉय उस पाठ्यक्रम में उतना अच्छा नहीं कर सके। उनको बहुत काम अंक प्राप्त हुए और परिणाम स्वरूप उनको काम कठिन कानून की पढ़ाई के कोर्स में दाखिला ले लिया।

टॉल्सटॉय पढ़ाई के स्थान में मित्रों के साथ भोज मनोरंजन में लगे रहते थे और उसके परिणाम स्वरूप उनको बिना डिग्री लिये ही १८४७ में काज़न विश्वविद्यालय छोड़ देना पड़ा। वो दासों और खेत में काम करने वाले लोगों के खेत के कामों में नेत्रत्व करने लगे, परंतु वो अधिकांशत: अनुपस्थित रहते थे और सामाजिक भ्रमण पर ट्यूला और मॉस्को जाते रहते थे। एक दक्ष किसान बनाने की उनकी योजना भी असफल हो गयी। फिर भी वो अपनी उर्जा अपनी डायरी लिखने में लगाने लगे और ये उनके जीवन भर की आदत बन गयी और उनकी भविष्य की लिखाई का प्रेरणा स्रोत बन गयी।

इस पुस्तक में हमने टॉल्सटॉय द्वारा लिखी हुई कुछ कथाओं का हिन्दी अनुवाद प्रस्तुत किया गया है। आशा है ये कथायें आपको पसंद आयेगी।

हिस्ट्री वर्ल्ड

राजा शर्मा

लियो टॉल्सटॉय की महान कथायें
Copyright
लियो टॉल्सटॉय के बारे में
टॉल्सटॉय के महान उपन्यास
जीवन के अंतिम वर्ष
मृत्यु और उसके पश्चात
तीन प्रश्न
जीने के लिये क्या चाहिये?
सिर्फ एक चिंगारी
क्षमादान
दो वृद्ध पुरुष
ध्रुवनिवासी रीछ का शिकार
प्रेम में परमेश्वर
मूर्ख सुमंत
राजपूत कैदी
दयामय की दया

GENRE
Fiction & Literature
RELEASED
2014
2 November
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
117
Pages
PUBLISHER
Raja Sharma
SIZE
293.9
KB

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