बेकन विचार-रत्नावली बेकन विचार-रत्नावली

बेकन विचार-रत्नावल‪ी‬

Publisher Description

बेकन विचार रत्नावली लार्ड बेकन के लेखों का संग्रह है। बेकन मूलतः लन्दन के थे, लेकिन किशोरावस्था में ही उन्होंने लगभग पूरे यूरोप का भ्रमण किया था। बेकन की भ्रमणशील वृति ने उनके चिंतन के लिये व्यापक जमीन और तत्व-दर्शन के लिये परिवेश तैयार किया। अपने स्वतंत्र चिंतन के तहत बेकन ने अनेक विषयों पर अलग-अलग निबंध लिखे हैं। पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी ने इन्हीं निबंधों में से ३६ निबंधों का हिन्दी में अनुवाद किया है। वैसे बेकन के निबंध बहुत पहले भी फ्रेंच, इटेलियन तथा दूसरी भाषाओं में अनुदित हो चुके थे। द्विवेदी जी ने जिन शीर्षक निबंधों का अनुवाद किया वे मनुष्य जीवन के अति सामान्य लेकिन अनिवार्य पक्ष है। जैसे विद्याध्ययन, शिष्टाचार, सौन्दर्य और कुरूपता, विपत्ति और संशय, जीवन और मृत्यु आदि-आदि। द्विवेदी जी ने अनुवाद की भूमिका में अनुवाद की कठिनाइयों का जिक्र किया है और प्रत्येक शीर्षक के साथ संस्कृत महाकाव्य तथा महाग्रंथों की पंक्तियाँ उधृत की हैं। द्विवेदी जी के अनुवाद में संस्कृत के पांडित्य का परिचय मिलता है जो कि विषय की गंभीरता और महत्व को और निखार देता है। यह पुस्तक लेखों का संग्रह है, लेकिन विषय में काफी विविधता है। इसलिये इसे किसी एक अनुशासन की पुस्तक नहीं कहा जा सकता है। लेकिन इसके वैविध्यपूर्ण अनुशासन जीवन-जगत को दिशा-दृष्टि देने वाले अनुशासन हैं और पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी ने अपने ज्ञान और पांडित्य से इसे पठनीय और रोचक बनाया है।

GENRE
Humour
RELEASED
2016
13 December
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
162
Pages
PUBLISHER
Public Domain
PROVIDER INFO
Public Domain
SIZE
1.1
MB
स्वाधीनता स्वाधीनता
2016
लेखांजलि लेखांजलि
2016