गीतावली-बालकाण्ड गीतावली-बालकाण्ड

गीतावली-बालकाण्‪ड‬

Publisher Description

गीतावली- बालकाण्ड गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित गीतिकाव्य है। इस पुस्तक में गोस्वामी जी ने भगवान राम के जन्म, उनके बाल लीलाओं व क्रीड़ाओं का सुन्दर और मनोहारी वर्णन किया है। तुलसीदास राम भक्त परम्परा के अनन्य गायक थे। अपने सम्पूर्ण साहित्य का ९० प्रतिशत उन्होंने सिर्फ राम के गुण गायन में समर्पित किया है। हिन्दी साहित्य परम्परा में बाल रूप और क्रीड़ाओं का वर्णन बहुत से कवियों ने किया है लेकिन इन सारे वर्णनों में तुलसीदास और सूरदास का वर्णन अद्भुत और अद्वितीय है। गीतावली-बालकाण्ड में राम के साथ उनके तीनों भाई लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, तीनों माताओं कौशल्या, कैकेयी, और सुमित्रा के साथ पिता दशरथ के वात्सल्य का सुन्दर चित्रण है। इसके साथ ही पूरी अयोध्या नगरी, नगर-जन और सामाजिक-हर्ष व आनंद का जिक्र है। यहाँ गोस्वामी जी का वर्णन अपनी व्यापक भाव-भूमि को पहुँच जाता है, जब नगर-जन के साथ पूरी प्रकृति और प्रत्येक घटक राम के बाल स्वरूप, बाल मनोभाव पर पुलकित कंठ से तराने छेड़ता है। यह तुलसीदास की वर्णन शैली ही है कि बालक राम सिर्फ दशरथ पुत्र नहीं रह जाते बल्कि, प्रत्येक माता-पिता राम में अपने ही पुत्र की रूप-छवि देखते हैं।

GENRE
Biographies & Memoirs
RELEASED
2016
13 December
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
21
Pages
PUBLISHER
Public Domain
SELLER
Public Domain
SIZE
617.2
KB

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