पैसों का व्यवहार पैसों का व्यवहार

पैसों का व्यवहा‪र‬

    • $2.99
    • $2.99

Publisher Description

एक सुखी और अच्छा जीवन बिताने हेतु, पैसा हमारा जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। पर क्या कभी आपने यह सोचा है कि, ‘ क्यों किसी के पास बहुत सारा पैसा होता है और किसी के पास बिल्कुल नहीं?’ परम पूज्य दादाजी का हमेशा से यही मानना था कि, पैसों के व्यवहार में नैतिकता बहुत ही ज़रूरी है। अपने अनुभवों के आधार पर और ज्ञान की मदद से वह पैसों के आवन-जावन, नफा-नुक्सान, लेन-देन आदि के बारे में बहुत ही विगतवार जानते थे। वह कहते थे कि मन की शान्ति और समाधान के लिए किसी भी व्यापार में सच्चाई और ईमानदारी के साथ नैतिक मूल्यों का होना भी बहुत ही ज़रूरी है। जिसके बिना भले ही आपके पास बुहत सारा धन हो पर अंदर से सदैव चिंता और व्याकुलता ही रहेगी। अपनी वाणी के द्वारा दादाजी ने हमें पैसों के मामले में खड़े होने वाले संघर्षों से कैसे मुक्त हो और किस प्रकार बिना किसी मनमुटाव के और ईमानदारी से, अपना पैसों से संबंधित व्यवहार पूरा करे इसका वर्णन किया है जो हम इस किताब में पढ़ सकते है।

GENRE
Body, Mind & Spirit
RELEASED
2016
2 December
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
113
Pages
PUBLISHER
Dada Bhagwan Vignan Foundation
SELLER
Draft2Digital, LLC
SIZE
459.9
KB
ਕ੍ਰੋਧ (In Punjabi) ਕ੍ਰੋਧ (In Punjabi)
2017
ਚਿੰਤਾ (In Punjabi) ਚਿੰਤਾ (In Punjabi)
2017
ਮੈਂ ਕੌਣ ਹਾਂ ? (In Punjabi) ਮੈਂ ਕੌਣ ਹਾਂ ? (In Punjabi)
2017
ਟਕਰਾਅ ਟਾਲੋ (In Punjabi) ਟਕਰਾਅ ਟਾਲੋ (In Punjabi)
2017
ਮਾਨਵ ਧਰਮ (In Punjabi) ਮਾਨਵ ਧਰਮ (In Punjabi)
2017
मैं कौन हूँ? मैं कौन हूँ?
2016