Apna Paraya  :  अपना पराया Apna Paraya  :  अपना पराया

Apna Paraya : अपना पराय‪ा‬

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Publisher Description

कुशवाहाकान्त हिन्दी उपन्यास जगत पर पिछले 40 वर्षों में छाये हुए हैं। उनकी सरल सशक्त लेखनी ने हिन्दी उपन्यास जगत में हलचल मचा दी थी। उनके उपन्यासों में जहां श्रंगार रस का अनूठा समन्वय है, वहीं क्रांतिकारी लेखनी व जासूसी कृतियों में भी उनका कोई सानी नहीं है। उनका प्रत्येक उपन्यास पढ़कर पाठक उनके पूरे उपन्यास पढ़ना चाहता है।



क्रांतिकारी और जासूसी कृतियों से लबरेज कुशवाहाकान्त का सनसनीखेज उपन्यास ‘अपना पराया’ आपके हाथों में है।

GENRE
Romance
RELEASED
2017
23 February
LANGUAGE
HI
Hindi
LENGTH
151
Pages
PUBLISHER
Diamond Pocket Books
SELLER
diamond pocket books pvt ltd
SIZE
1.1
MB

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