Gyan Ka Marg Gyan Ka Marg

Gyan Ka Marg

    • S/ 3.90
    • S/ 3.90

Descripción editorial

स्वामी विवेकानंद ने भारत में उस समय अवतार लिया, जब यहाँ हिंदू धर्म के अस्तित्व पर संकट के बादल मँडरा रहे थे। पंडित-पुरोहितों ने हिंदू धर्म को घोर आडंबरवादी और अंधविश्वासी बना दिया था। ऐसे में स्वामी विवेकानंद ने हिंदू धर्म को एक पूर्ण पहचान प्रदान की । इसके पहले हिंदू धर्म विभिन्‍न छोटे-छोटे संप्रदायों में बँटा हुआ था। तीस वर्ष की आयु में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो (अमरीका) में विश्व धर्म-संसद में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया और भारत को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित किया।

वे केवल संत ही नहीं थे, बल्कि एक धर्मरक्षक, संस्कृतिधर्मी, महान्‌ देशभक्त, ओजस्वी वक्ता, प्रखर विचारक, रचनाधर्मी लेखक और करुण मानवप्रेमी भी थे । अमेरिका से लौटकर उन्होंने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा था--''नया भारत निकल पड़े मोची की दुकान से, भड़भूजे के भाड़ से, कारखाने से, हाट से, बाजार से; निकल पड़े झाड़ियों, जंगलों, पहाड़ों, पर्वतों से ।

प्रस्तुत पुस्तक में स्वामीजी ने भारत सहित देश-विदेश में वेदांत धर्म और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु देश भर के युवकों का आह्वान किया है। उन्होंने भारतीय समाज में गहरे पैठी असमानता की भावना के प्रति लोगों को सचेत किया है।

अनेक सवालों और जिज्ञासाओं की प्रतिपूर्ति करनेवाली एक प्रेरक, ज्ञानवर्धक व संग्रहणीय पुस्तक ।

GÉNERO
Salud, mente y cuerpo
PUBLICADO
2024
18 de mayo
IDIOMA
HI
Hindi
EXTENSIÓN
246
Páginas
EDITORIAL
Prabhat Prakashan Pvt Ltd
VENDEDOR
Prabhat Prakashan Private Limited
TAMAÑO
2.7
MB
Patanjali Yoga Sutras Patanjali Yoga Sutras
2014
The Complete Works of Swami Vivekananda The Complete Works of Swami Vivekananda
2016
The Complete Works of Swami Vivekananda The Complete Works of Swami Vivekananda
2016
Awakening the Soul: Swami Vivekananda's Teachings on Self-Development and Spiritual Enlightenment Awakening the Soul: Swami Vivekananda's Teachings on Self-Development and Spiritual Enlightenment
2024
Srikrishna, Buddha, Yeshu Aur Muhammed Srikrishna, Buddha, Yeshu Aur Muhammed
2024
Guru-Shishya Samvad Guru-Shishya Samvad
2024