प्रेम की वेदी प्रेम की वेदी

प्रेम की वेद‪ी‬

    • ٥٫٠ - ١ تقييم

وصف الناشر

प्रेम की वेदी प्रेमचंद का एक सामाजिक नाटक है। वैसे तो प्रेमचंद मूलतः उपन्यासकार, कहानीकार हैं, लेकिन उन्होंने कुछ नाटक भी लिखे हैं। प्रेमचंद स्वभावतः सामाजिक-चेतना के लेखक हैं। यही सामाजिक-चेतना उनकी रचनाओं में अलग-अलग रूप में चित्रित हुई है। प्रेम की वेदी १९२०-१९२५ के बीच लिखा गया नाटक है। भारतीय सामाजिक सन्दर्भ में, आधुनिक विचार-विमर्श और चेतना का प्रवेश शुरू होने लगा था। कुछ नकल अंग्रेजी मेम साहिबाओं का था, कुछ सामाजिक सुधार आन्दोलनों का और कुछ अंग्रेजी उच्च शिक्षा का। इस सभी के संयोग ने सामाजिक व्यवस्था, धार्मिक संगठन, विवाह के स्वरूप और मर्यादाओं पर विचार-वितर्क आरम्भ किया। प्रेम की वेदी में हिन्दू विवाह पद्धति, उसके स्वरुप, उसमें स्त्री की स्थिति, पुरुष के मर्दवाद पर एक सपाट चर्चा है। जो एक निश्चित स्थिति को प्राप्त नहीं करता। विवाह जैसी संस्था पर समय-समय पर चर्चाएँ होती रही हैं और वह अपनी तमाम खामियों के बावजूद बना हुआ है। इस नाटक में जो दूसरा महत्वपूर्ण पक्ष है, वह है अन्तर्जातीय विवाह में धार्मिक मर्यादा की रस्साकस्सी। चाहे वह हिन्हू हो, क्रिश्चन हो या मुसलमान एक बिंदु पर आ कर सभी इस धार्मिक-मर्यादा से निकलना चाहते हैं लेकिन निकल नहीं पाते। प्रेमचंद इस नाटक में ऐसी मर्यादा की सीमा को पार करते हैं, यह प्रेमचंद की प्रगतिशील चेतना की उपज का एक नमूना कहा जा सकता है।

النوع
الفنون والترفيه
تاريخ النشر
٢٠١٦
١٩ أغسطس
اللغة
HI
الهندية
عدد الصفحات
٥٤
الناشر
Public Domain
البائع
Public Domain
الحجم
٦٨٨٫٦
ك.ب.
गोदान गोदान
٢٠١٦
मानसरोवर मानसरोवर
٢٠١٦
गुप्तधन गुप्तधन
٢٠١٦
ग्राम्य जीवन की कहानियाँ ग्राम्य जीवन की कहानियाँ
٢٠١٦
कर्मभूमि कर्मभूमि
٢٠١٦
मानसरोवर मानसरोवर
٢٠١٦
Munshi Premchand Ki Panch Kahaniya, Volume 16 Munshi Premchand Ki Panch Kahaniya, Volume 16
٢٠١٢
Munshi Premchand Ki Panch Kahaniya, Volume 27 Munshi Premchand Ki Panch Kahaniya, Volume 27
٢٠١٢
Munshi Premchand Ki Panch Kahaniya, Volume 2 Munshi Premchand Ki Panch Kahaniya, Volume 2
٢٠١٢
Hindi Short Stories for Children ( छोटी बाल कहानिया ) Hindi Short Stories for Children ( छोटी बाल कहानिया )
٢٠١٢