![महाराणा का महत्व](/assets/artwork/1x1-42817eea7ade52607a760cbee00d1495.gif)
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महाराणा का महत्व
ऐतिहासिक काव्य
Publisher Description
महाराणा का महत्व जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित ऐतिहासिक काव्य है। प्रसाद जी भारतीय इतिहास के प्रवक्ता साहित्यकार थे। उनकी इतिहास अन्वेषी दृष्टि ने भारतीय इतिहास के कई महत्वपूर्ण पक्ष को उजागर किया है। महाराणा प्रताप इसी श्रृंखला की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास के ऐसे दुर्घर्ष चरित्र है, जो न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व के लिये अपनी जन्मभूमि रक्षा के व्रतधारी रूप में मिशाल बन गये। भारत के वर्तमान और भविष्य को सदैव इस पुत्र पर गर्व रहेगा। प्रसाद जी ने उक्त काव्य-संग्रह में महाराणा के ऐतिहासिक महत्व को उजागर करते हुये उनके संघर्षों की अमर कथा प्रस्तुत की है। आत्मदान वैसे भी गौरव का विषय है। यह गौरव तब ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है जब इसमें देश चिंता, राष्ट्र चिंता का भाव जुड़ जाये। भारतीय वांग्मय में जननी ऋण और सामूहिक दायित्व को उच्च भाव-भूमि का दायित्व माना गया है और जो इस दायित्व को ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाता है उसे ही जननी का सच्चा सपूत और राष्ट्र गौरव का अधिकारी माना गया है। राणा प्रताप का सम्पूर्ण जीवन सीखने की ऐसी पाठशाला थी, जहाँ व्यक्ति हित के आगे राष्ट्र हित, जीवन के आगे वचन, और भोग के आगे त्याग को महत्व देने की ही शिक्षा दी जाति थी। अत: उचित ही प्रसाद जी ने इस काव्य संग्रह का नाम महाराणा का महत्व रखा है।