श्री स्वामी रामतीर्थ उनके सदुपदेश
भाग १९
Publisher Description
स्वामी रामतीर्थ भाग-१९ स्वामी रामतीर्थ के विचारों का संकलन है। उनके ज्यादातर विचार या संस्मरण मौखिक है। रामतीर्थ भारतीय समाज-संस्कृति को वेदान्त की दृष्टि से देखने के हिमायती थे। उन्होंने अपने भाषणों एवं चर्चाओं में बार-बार वेदान्त का उदाहरण दिया है। इस भाग के पहले अध्याय में वे सत्य का मार्ग क्या है, और उसमें हमें क्यों चलना है, यह बताते हैं। दूसरे अध्याय में वे बताते हैं कि धर्म का अंतिम लक्ष्य क्या है और उसे पाने के लिए क्या करना चाहिए। आगे के दो अध्यायों में वे मानसिक शक्तियाँ और चरित्र सम्बन्धी आध्यात्मिक नियमों के बारे में हमें समझा रहे हैं। उन्होंने भारत को मदद करने के लिए अमेरिका वासियों से एक बिनती भी रखी है। अंत में स्वामी रामतीर्थ किसी और चीज की परवाह न करके आत्मा को जानने के लिए जागृत करते हैं।