अपनों से दूर, सपनों के साथ
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- USD 2.99
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Descripción editorial
"अपनों से दूर, सपनों के साथ" एक प्रेरणादायक और भावनात्मक पुस्तक है, जो उन भारतीय महिलाओं और परिवारों की सच्चाई बयाँ करती है जो शादी या काम के बाद विदेश में नई ज़िंदगी शुरू करते हैं। यह सिर्फ़ एक प्रवास की कहानी नहीं है, बल्कि Indian Women Stories, Immigrant Life और Inspirational Journey का जीवंत दस्तावेज़ है।
इस पुस्तक में लेखिका प्रीति ने घर से दूर रहने का दर्द, नए माहौल में ढलने की चुनौतियाँ और आत्मनिर्भर बनने की जद्दोजहद को गहराई से प्रस्तुत किया है। हर अध्याय जीवन के अलग पहलुओं को सामने लाता है—
•विदाई और घर की यादें – परिवार से दूर होने का दर्द और भावनात्मक संघर्ष।
•नए देश का अनुभव – भाषा की दीवार, खानपान की चुनौतियाँ, मौसम का झटका और त्योहारों पर अकेलापन।
•संघर्ष और ढलना – पड़ोस और समाज से जुड़ना, पति-पत्नी का रिश्ता और विदेशी संस्कृति का सामना।
•आत्मनिर्भरता और सपने – नौकरी, नए अवसर, घर-बाहर का संतुलन और शौक की खोज।
•सपनों के साथ जीवन – दो दुनियाओं के बीच संतुलन, महिला की शक्ति और आत्म-खोज (Self-Discovery)।
यह किताब हर उस महिला के लिए है जो अपने roots से जुड़ी रहते हुए भी नए माहौल में अपनी पहचान गढ़ना चाहती है। यह न सिर्फ़ प्रवासी भारतीय महिलाओं (NRI Women), बल्कि उन सभी पाठकों के लिए प्रेरणा है जो जीवन के किसी भी मोड़ पर struggles, cultural adjustment और dreams fulfillment से गुज़र रहे हैं।
👉 अगर आप प्रवासी जीवन, महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment), या नई दुनिया में अपने सपनों को पूरा करने की प्रेरक कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं, तो यह किताब आपके लिए है।